Best 6 Motivational stories in hindi

Best 6 Motivational stories in hindi

आज मैं Best 6 Motivational stories in hindi में बहुत महत्वपूर्ण बातें बताने वाली हूं। इसे पढ़ने के बाद आपकी जिंदगी में बड़ा बदलाव आएगा ।

लोग कहते हैं की   Motivational stories  सुनने से क्या होता है ? मैं उन्हें कहना चाहूंगी कि जब हम किसी की मोटिवेशनल स्टोरी सुनते हैं और दूसरों की गलतियों को जानते हैं तब हम यहां समझ सकते हैं कि हमे कौन सी गलती नहीं करनी चाहिए ।

ज्यादा से ज्यादा मोटिवेशनल स्टोरी पढते और सुनते रहना चाहिए । जिससे हमारा ज्ञान बढ़ता है और हम  मोटिवेशनल स्टोरी का महत्व जान पाते हैं ।

Best 6 Motivational stories in hindi इस लेख से आपको काफी कुछ सीखने को मिलेगा ।

Best 6 Motivational stories in hindi

 

Table of content

  •   शिकंजी का स्वाद
  • शार्क और चारा मछलियां
  • समस्या का पहलू
  • उबलता पानी और मेंढक
  • दो दोस्तो की कहानी
  • हार गया लेकिन खुद से जीत गया

Motivational stories for students ( Best 6 Motivational stories in hindi)

  • शिकंजी का स्वाद 

प्रोफेसर जो हमेशा अपने क्लास के सभी छात्रों को बड़ी रुचि से पढ़ाते थे और प्रोफेसर द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब भी उनके छात्र देते थे पर उनमें से एक छात्र ऐसा था जो हमेशा ही गुमसुम बैठा रहता था ।

कुछ दिन प्रोफेसर उस छात्र को Notice करते रहे कि वह हमेशा ही चुपचाप रहता है ।एक दिन उन्होंने उस छात्र को अपने केबिन में बुलाया और चुपचाप रहने की वजह पूछी ।

क्या परेशानी है ? क्यों तुम हमेशा चुपचाप रहते हो? ऐसा उस प्रोफेसर ने  छात्र को कहा…

उस छात्र ने हिम्मत जुटाई और कहा कि मेरे अतीत में कुछ ऐसा हुआ है जिसके कारण मैं हमेशा ही परेशान रहता हूं । मुझे समझ में नहीं आता उस परेशानी को मैं कैसे भुलाऊं ?

प्रोफेसर को उसकी बात सुन के समझ आ गया था कि वहां अपने अतीत को भूल नहीं पा रहा है ।इसलिए प्रोफेसर ने उस छात्र को अपने घर बुलाया और वह छात्र  प्रोफेसर के घर गया  ।

प्रोफेसर ने छात्र को बिठाया और शिकंजी बनाने लगा । उस शिकंजी में प्रोफेसर ने जानबूझकर  ज्यादा नमक डाल दिया ।

जैसे ही उस  छात्र ने शिकंजी का एक घूंट लिया तो उसके चेहरे का रंग बदल गया । फिर प्रोफ़ेसर पूछते हैं क्या हुआ शिकंजी पसंद नहीं आई ? सवाल पूछने पर उस छात्र ने कहा कि शिकंजी में थोड़ा नमक ज्यादा हो गया है ।

प्रोफेसर कहते हैं अब तो यह  शिकंजी कोई काम का नहीं रहा इसे फेंक देते हैं । ऐसा सुनते ही उस छात्र ने जवाब दिया sir अगर इसमें हम थोड़ी चीनी मिला दे तो  इसका स्वाद ठीक हो जाएगा ।

ऐसा सुनते ही प्रोफेसर थोड़ा सा मुस्कुराऐ और कहा कि सही कहा तुमने ..अगर तुम शिकंजी में थोड़ा सा चीनी मिला लोगे तो वह ठीक हो जाएगी ।

ऐसे ही हमारी जिंदगी होती है ।अगर अतीत में कुछ गलत हुआ है तो उस बुरे अनुभव को जल्द से जल्द अपने जिंदगी से हटा देना चाहिए और अच्छी यादों से अपने जीवन में मिठास  बनानी चाहिए।

जैसी हम शिकंजी से नमक को नहीं हटा सकते पर कुछ चीनी मिलाकर उसे ठीक कर सकते हैं । वैसे ही हमारा जीवन है अगर आप बुरे अनुभव को मिटा नही सकते तो आपको जीवन में मिठास का घोल तो खुद ही खोलना होगा ।

इसलिए मैं चाहता हूं कि तुम  अपने जीवन में मिठास खोलो और बुरे अनुभव को भूल जाओ ।

प्रोफेसर की बात वह छात्र समझ गया और निर्णय लिया कि अब से वे बुरे अनुभव को अपनी जिंदगी में ज्यादा हावी नहीं होने देगा ।

सीख 

इस कहानी से  हमें यहां शिक्षा मिलती है जीवन में अक्सर लोग अपने बुरे यादों और बुरे अनुभव को इस तरह से याद रखते हैं कि वे अपने वर्तमान और भविष्य के बारे में सोचना ही भूल जाते हैं ।अगर आप इन्हीं बुरे विचारों में ही उलझे रहोगे तो अपने वर्तमान में सही निर्णय नहीं ले पाओगे ।

बुरे अनुभव जीवन में आएंगे पर उसमें मिठास और खुशी के लम्हों को भी लाना आपका ही दायित्व है ।इसलिए अपने जीवन में मिठास लाइए और बुरी यादों को हावी न होने दें ।

Motivational stories for success (Best 6 Motivational stories in hindi)

  • शार्क और चारा मछलियां

एक बार एक समुद्री जीवविज्ञानी ने पानी से भरा टैंक में शार्क को डाला और कुछ टाइम बाद चारा मछलियां भी डाल दी जैसे ही शार्क ने चारा मछलियों को देखा उन पर हमला किया और वे सब चारा मछलियां शार्क का आहार बन गई।

फिर से जीवविज्ञानी ने चारा मछलियां डाली जैसे ही चारा मछलियां शार्क ने देखी उन पर तुरंत हमला कर उन्हें भी खा गया ।

अब समुद्री जीवविज्ञानी ने कांच का मजबूत पारदर्शी टुकड़ा उस टैंक के बीचो बीच डाल दिया अब टैंक के दो भाग हो चुके थे ।

शार्क दूसरे भाग को देख तो सकते था कि चारा मछली डाली गई है पर उन पर हमला नहीं कर पाता था ।
कांच के विभाजक टुकड़े से टकरा कर रह जाता था पर शार्क चारा मछलियों को पकड़ नहीं पाता था ।

शार्क के कई बार प्रयासों के बाद जब शार्क को असफलता मिलती थी तो वहां चारा मछलियों को देखते हुए भी कभी भी हमला नहीं करता क्योंकि कांच के टुकड़े के  कारण वह असफल रह जाता ।

कुछ दिन प्रयास करने के बाद  शार्क कांच की विभाजक के पार जाने का प्रयास करना ही छोड़ देती है ।

कुछ दिनों बाद समुद्री जीवविज्ञानी उस टैंक से विभाजक हटा देता है और देखता है कि शार्क अब क्या करती है ।

लेकिन बार-बार हमला में असफलता पाने के बाद शार्क प्रयास करना ही बंद कर देती है और सोचती है कि मैं उन चारा मछलियों को नहीं खा पाऊंगी इसलिए वहां अपने जगह में ही रहती है ।

सीख

इस कहानी से हमें  शिक्षा मिलती है कि बार-बार असफलता होने के बाद हम अंदर से टूट जाते हैं  और सोचने लगते हैं कि यह काम हम नहीं कर सकते चाहे हम जितने भी कोशिश कर ले । हमें लगता है कि सफलता पाना नामुमकिन है पर आपको हार नहीं माननी है । पूरी लगन के साथ मेहनत करें और असफलता को अपने दिमाग में हावी ना होने दें ।

Motivational stories for Teenagers (Best 6 Motivational stories in hindi)

  • समस्या का पहलू

एक समय की बात है पिता अपने ऑफिस के काम में व्यस्त था पर उसका 10 साल का बच्चा बार-बार उसे प्रश्न पूछ कर तंग कर रहा था । बच्चे की हरकत से उसका पिता काफी परेशान था इसका हल निकालने के लिए उसके पिताजी ने सोचा क्यों ना मैं अपने बच्चे को ऐसा कोई कार्य दूंगा जिससे वहां व्यस्त रहें और उस काम में उलझा रहे । इसी बीच मैं भी अपना ऑफिस का काम निपटा लूंगा ।

पिताजी ने एक किताब उठाई और एक पेज जिसमें वर्ल्ड मैप बना हुआ था उस पेज को फाड़ दिया और कहा कि इन छोटे-छोटे टुकड़ों को जोड़कर लेकर आओ ।इसमें वर्ल्ड मैप बना हुआ था अब तुम इसे जोड़ो और जोड़कर ही मेरे पास आना ।

वह बच्चा वर्ल्ड मैप का टुकड़ों को लेकर वहां से जाता है और उसके पापा मन ही मन मुस्कुराते हैं  और बोलते है चलो कुछ टाइम तो मैं चैन से अपना काम कर सकता हूं ।

लेकिन वह बच्चा 5 मिनट के भीतर ही आ जाता है और कहता है पापा देखिए मैंने वर्ल्ड मैप बना दिया ।उसके पापा हैरान हो जाते है और कहते है कि तुमने इतनी जल्दी इस वर्ल्ड मैप को कैसे जोड़ लिया ?

बच्चा कहता है पापा यह तो बहुत आसान काम था क्योंकि एक तरफ world map बना हुआ था और उसी के दूसरी तरफ कार्टून बना था । मैंने कार्टून को जोड़ दिया तो वर्ल्ड मैप अपने आप ही बन गया ।पिताजी उसकी बात सुनकर हैरान हो गए ।

सीख 

इस कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है ? कि जब भी हमारे सामने समस्या आए तो सिर्फ एक पहलू ना देखें अक्सर लोग सोचते हैं इस समस्या का समाधान निकालना तो बहुत मुश्किल है क्योंकि हमने ऐसी दृष्टिकोण बना ली है ।

जब भी समस्या देखते हैं तो कहते हैं मैं इसका समाधान नहीं निकाल सकता । जबकि हमें दूसरा पहलू भी देखना चाहिए हो सकता है कि दूसरे पहलू से हम उस समस्या को हल कर सके ।

Motivational stories in hindi

  • उबलता पानी और मेंढक

इस कहानी में एक शोध के अनुसार वैज्ञानिकों ने जार में मेढ़क को डाला और उसमें पानी डाल दिया । उस जार के ढक्कन को ऊपर से बंद नहीं किया क्योंकि  वैज्ञानिक उस जार को गर्म करेंगे तो जब मेढक को अपने सहनशक्ति से बाहर लगेगा  तो वह उछल कर बाहर आ जाएगा ।

आरंभ में तो मेढक कोई हरकत नहीं करता है वह हल्के से तापमान में  अपने आपको Adjust कर देता है और बिल्कुल उछल कर बाहर नहीं आता ।

अब पानी थोड़ा सा गर्म हुआ लेकिन मेंढक उछल कर बाहर नहीं आया  । उसे महसूस हुआ कि पानी थोड़ा सा गर्म हो गया है पर मेढक इतना तापमान को बर्दाश्त कर  रहा था वहां उछल कर बाहर नहीं आया बल्कि अपने शरीर की ऊर्जा उस गर्म पानी के तालमेल में बैठाने लगा ।

जब पानी उबलने लगा तो उसकी सहनशक्ति खत्म होने लगी वह चाहता था कि जार से बाहर आ जाए पर उसकी सारी ऊर्जा अपने शरीर की ऊर्जा को तापमान से तालमेल बिठाने में लग चुकी थी ।

इसलिए वहां इतनी शक्ति नहीं जुटा पाया कि वहां  से बाहर आ जाए इसलिए जार में ही मर गया ।

सीख

इस कहानी से हमें  शिक्षा मिलती है जब भी परिस्थितियां विपरीत होने लगी हमें उसे सुधारने की या उससे बाहर निकलने का प्रयास करना चाहिए ।

पर अक्सर लोग अपनी परिस्थितियों से तालमेल बैठाना शुरू कर देते हैं और जब परिस्थिति बेकाबू हो जाती है तो बोलते हैं कि समय पर सही निर्णय  लेना चाहिए था ।

परिस्थितियों को पहले समझे अगर आप उसे सुधार सकते हैं तो बहुत अच्छा लेकिन अगर आप उन परिस्थितियों को नहीं संभाल सकते तो वहां से निकल जाना ही बेहतर है क्योंकि समय रहते अगर सही निर्णय लोगे तो ही बुद्धिमान कहलाओगे ।

Best 6 Motivational stories in hindi

  • दो दोस्तो की कहानी

एक बार की बात है दो व्यक्तियों ने फैसला किया कि शहर जाकर पैसा कमाएंगे ।शहर में जाकर वहां कुछ समय छोटा-मोटा काम करके कुछ पैसे उन्होंने जोड़े ।

फिर अपना -अपना व्यवसाय आरंभ किया दोनों का व्यवसाय चल पड़ा ।एक व्यक्ति जो सोचता था कि अब मेरा काम चल पड़ा है मुझे कोई दिक्कत नहीं हो सकती ।अब मैं कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ने वाला  हूँ पर एक दिन उसके व्यापार में उतार-चढ़ाव के कारण उसे बहुत बड़ा नुकसान होता है ।

जो इंसान हमेशा सोचता था कि अब उसके व्यवसाय को कोई हानि नहीं हो सकती वह एक ही बार में जमीन पर गिर पड़ा ।

अब तलाशने लगा कि किन किन बजाय के कारण मेरा व्यवसाय डूब गया ।

इससे पहले वहां इन प्रश्नों के हल को ढूंढता वह अपने पहले दोस्त के साथ मिलता है और पूछता है कि हमने एक जैसा ही व्यापार किया पर तुम इस मंदी में और उतार-चढ़ाव में अपने व्यवसाय को कैसे संभाल पाए ?

दूसरा व्यक्ति पहले व्यक्ति की बात सुनकर कहता है मैंने हमेशा अपनी समस्याओं से सीखा है क्योंकि जब मैं सीखता था तो मैं उसे समझ पाता था । फिर कभी भी वह समस्या मेरे सामने आती थी तो मैं उसका समाधान बड़ी ही आसानी से निकाल लेता था ।

कभी मैं अपनी समस्याओं से सीखता था तो कभी दूसरों की परेशानियों से सीखता था ।सीखने का  काम मैं करता ही रहा क्योंकि मैं अपने व्यवसाय को हमेशा बढ़ते होए देखना चाहता हूं ।

अपने व्यवसाय को फलता फूलता देखना चाहता था इसलिए सीखने की क्रिया मैंने हमेशा जारी रखी ।

दूसरे व्यक्ति की बात सुनकर उसे अपनी गलती का एहसास हो गया था ।वहां अति आत्मविश्वास के कारण सीखना बंद कर दिया था ।अब वह प्रण लिया कि मैं कभी भी सीखना नहीं छोडूंगा ।

उसके निर्णय का प्रभाव उसके व्यवसाय में दिखा और अब उसका व्यवसाय खूब अच्छा चल रहा था और वहां तरक्की की सीढ़ियां चढ़ते चला गया ।

सीख

इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें जीवन में सीखना कभी भी नहीं छोड़ना चाहिए ।अगर हमें अपने आप को बेहतर बनाना है और अपने व्यवसाय को आगे लेकर जाना है तो सीखना बहुत जरूरी है ।

सीखने  की लत को हमेशा अपने दिल और दिमाग में जगह दे ।फिर आपको कोई भी उतार-चढ़ाव आपके व्यवसाय को घाटा नहीं पहुंचा सकता ।

short motivational story in hindi for success

  • हार गया लेकिन खुद से जीत गया

दोस्तों इस कहानी में हरीश नाम का लड़का है जो दौड़ने का शौक रखता था ।एक बार नहीं कई बार उसने मैराथन में हिस्सा लिया पर कभी भी वह रेस को खत्म नहीं पाता था ।
एक बार फिर उसने हिस्सा लिया जब  हरीश ने दौड़ना शुरु किया तो वह कुछ ही देर में थक गया पर उसने अपनी मन से कहा तुझे रुकना नहीं है अगर तू दौड़ नहीं सकता तो चल तो सकता ही है ।

इस बार कम से कम उसने मैराथन की रेस को complete किया बेशक वह हार गया पर अपने आप से जीत गया उसके  वचन के कारण वहां पहली बार मैराथन का task पूरा किया ।

शक्ति ना होने पर भी वह अपनी जिद  के आगे झुका नहीं लड़खड़ाते हुए आगे बढ़ा और उसने रेस पूरी कर ली ।माना कि हरीश हार चुका था लेकिन उसने अपने विश्वास पर जीत हासिल कर लिया था ।

सीरव

इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमारे छोटे छोटे कदम से हम हार कर भी जीत सकते हैं । अगर आप एक विद्यार्थी हैं और आप समस्या देखकर घबरा जाते हैं तो आपको यह कहना है अगर किसी वजह से मैं 10 घंटे 1 दिन में नहीं पढ़ पा रहा हूं तो कम से कम मुझे 5 घंटे तो पढ़ना ही चाहिए ।

जीवन में कई बार ऐसा होगा कि हमारे प्रयासों से हमें सफलता नहीं मिलेगी पर इसका मतलब यह नहीं है कि आप चुपचाप बैठ जाएं ।

हम को यह शिक्षा लेनी चाहिए कि छोटे छोटे कदम हर रोज उठाएं जिससे हम कुछ नया सीखे और अपने आप को पहले से बेहतर बनाएं ।

निष्कर्ष

जीवन में कभी भी हार नहीं मानना चाहिए दोस्तों …. आप जिस रास्ते में चल रहे हैं अगर उसे आपको कामयाबी मिल सकती है तो चाहे लाख दिक्कतों का सामना करना पड़े आप कभी भी हिम्मत न हारे।

अगर आपको मेरी बताई गई Best 6 Motivational stories in hindi  पसंद आई हो तो कमेंट करके जरूर बताएं और  कोई सुझाव हो तो भी कमेंट के जरिए हमें बताएं …धन्यवाद🙏🏼😊

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