इस लेख “Getting things done Book summary in Hindi ” में आपको यह समझने को मिलेगा कि आप अपनी प्रोडक्टिविटी को 10 गुना कैसे बढ़ा सकते हैं ?
कई बार ऐसा होता है कि हम हर काम स्ट्रेस फ्री करना चाहते हैं लेकिन एक काम करते समय हमें कई काम याद आ जाएंगे जैसे कोई बिल भरना है या अपने कोई प्रिय को कॉल करना है या फिर अर्जेंटली कहीं बाहर जाना है ।
कोई ना कोई दिक्कत आ जाती है जिसके कारण हम एक काम भी स्ट्रेस फ्री नहीं कर पाते । आज इस किताब ” Getting things done “के माध्यम से आप समझेंगे कि आप कोई भी काम stree free कैसे कर सकते हैं क्योंकि चाहे किताबें कई पढ़ी हो अगर आपको प्रॉपर तकनीक नहीं मालूम होगी तो आप आगे नहीं बढ़ पाएंगे ।
जब एक काम भी सही ढंग से ना हो तब स्ट्रेस ,एंजायटी हमें चारों तरफ से घर लेती है ।
इस लेख “Getting things done Book summary in Hindi” को पढ़ने के बाद आप हर काम टाइम से करना सीख जाएंगे क्योंकि जब इंसान कोई काम नही करता या अनदेखा करता है तो उसका स्ट्रेस का लेवल हाई हो जाता है जिसके कारण वह नॉर्मल सा कार्य भी स्ट्रेस में रहकर करता है ।
How to increase Productivity in Hindi (Getting things done Book summary in Hindi )
Contents
1: Take Control
दोस्तों जब आप मन ही मन यह मान लेते हो कि मेरा काम कोई और कर देगा तो यकीन मानिए आपका काम होता तो नहीं है बल्कि लटक जाता है ।अपनी जिंदगी का कंट्रोल अपने हाथ में रखें क्योंकि जब आपका कार्य आप स्वयं करेंगे तो आपके अंदर self confident भी बढ़ेगा और आपकी चिंता का लेवल भी कम हो जाएगा ।
अरे मेरा दोस्त है ना !वह सब संभाल लेगा , अरे वह है ना वह सब संभाल लेगा । यह एटीट्यूड आपको आज से ही छोड़ना होगा क्योंकि जो दूसरों पर निर्भर रहता है वह कभी भी सफल नहीं बन पाता । अब यह डिसीजन आपके ऊपर है कि आपको खुद का कंट्रोल किसके हाथ में देना है ?
2: Redefine Perfection
दोस्तों परफेक्शन के पीछे भागना बहुत अच्छी बात है लेकिन अगर कोई काम 80/20 का रोल अपनाते हुए किया जा सकता है तो कर लेना चाहिए ।
मान लेते हैं कि एक कार्य है जिसमें अपने 80% काम सही किया है 20% आपसे रह गया तो अगर वह काम चल सकता है तो आप चला लीजिए क्योंकि ऐसा करने से आपका समय बर्बाद नहीं होगा आपका काम समाप्त होगा और आपका एनर्जी लेवल भी बना रहेगा ।
अगर कोई काम आप लंबा खींचते रहते हैं तो मन में एक बात बैठ जाती है कि यह काम बहुत मुश्किल है और इसे करने में बहुत वक्त लगता है ।
परफेक्शन के पीछे भागते हुए आपको अपने प्राथमिकता को अवॉइड नहीं करना है आपको प्राथमिकता उस कार्य को देनी है जिसे करने से आप श्रेष्ठ बन सकते हैं बाकी सभी कामों में आप परफेक्शन के पीछे कम भागे तो अच्छा है ।
3: The Five Phases of Effective Work
5 stagesको पार करके आप कोई भी कार्य अच्छे तरीके से कर सकते हैं
1. Collecting
मान लेते हैं कि आपको आधार कार्ड बनाने जाना है तो जाने से पहले आपके डॉक्यूमेंट कलेक्ट कर लेने हैं ताकि आप अपना कार्य अच्छे से कर पाएं ।
2. Processing
डॉक्यूमेंट कलेक्ट करने के बाद आपको क्या सोचा है कि आधार केंद्र तक पहुंचाने के लिए आप बस या ऑटो कैसे जाएंगे और कितने घंटे तक कार्य हो पाएगा ।
3. Organizing
दोस्तों डॉक्यूमेंट अच्छे से रखना होगा और साथ ही साथ आप फोटो कॉपी जरूर रखें अब अगली बात आपको यह करनी है कि बस यह ऑटो में travel करने के लिए पैसे अलग से रखना है ।
हर चीज को ऑर्गेनाइज करना पड़ेगा ताकि समय आने पर हर चीज आसानी से मिल जाए bag को उल्टा करने की आवश्यकता ना पड़े ।
4. Doing
इस स्टेज में कार्य को शुरू करें।
5. Reviewing
इस स्टेज में आपको यह देखना है कि जो काम आप कर रहे थे वह सही से हुआ है या नहीं जैसे कि अगर आप कोई form fillup कर रहे हैं तो वह ठीक से भरा है कि नहीं ?
4: Stop Storing Things in Head
कई बार ऐसा होता है कि हम दिमाग में 10 चीजों को रखने का प्रयास करते हैं जिसके कारण हम कोई ना कोई काम भूल जाते हैं और इस प्रक्रिया में हमें स्ट्रेस हो जाता है ।
दोस्तों आपको 10 कामों को अपने दिमाग में स्टोर करने की कोई आवश्यकता नहीं है । आप एक पेपर में लिखें ताकि आप प्रायोरिटी के बेस में अपने कार्य कर पाएं । ऐसा करने से ही आप अपने उच्च कार्य को प्राथमिकता दे पाएंगे और उसे समय से कर पाएंगे ।
आप कॉपी पेन का इस्तेमाल न करना चाहे तो आज कल ऐसे कई एप्स अवेलेबल है जिसकी सहायता से आप अपने कार्यों की रुचि को प्राथमिकता अनुसार बना सकती हैं ।
जब आप हर काम परफेक्ट टाइमिंग पर करेंगे तो आपका स्ट्रेस लेवल गायब हो जाएगा और आप अपने हर एक काम में आगे रहेंगे ।
Getting Things Done Summary in Hindi
5: Projects and Tasks Are Different
कुछ काम ऐसे होते हैं जो कभी-कभार किए जाते हैं इन्हें हम प्रोजेक्ट कहते हैं , जिसके लिए Deadline भी दी जाती है और कुछ कार्य ऐसे होते हैं जो Daily basis में हमें करना ही होता है , इन दोनों को हमें Mix नहीं करना चाहिए ।
जब आप हर एक काम को शेड्यूल बनाकर करेंगे तो आपका कोई भी कार्य Pending में नहीं रहेगा ।
प्रोजेक्ट का कार्य अगर बड़ा है तो उसे छोटे-छोटे हिस्सों में बांट लें और एक शेड्यूल तैयार कर ले ताकि आप अपने प्रोजेक्ट को डेडलाइन आने से पहले ही कंप्लीट कर ले ।
6: Focus on the Next Action
कोई भी कार्य को एक साथ निपटने की कोशिश जब इंसान करने लगता है तो उस कार्य से वह डर जाता है ।
आपको हमेशा अपने नेक्स्ट एक्शन की ओर फोकस रखना चाहिए ताकि आप अपने कार्य में फोकस कर सके और कोई भी चीज आपको डरावनी ना लगे ।
एक step complete होने पर आपको दूसरे स्टेप के बारे में सोचना है ताकि आप अपना काम अच्छे से कर पाएं ।
रोजाना छोटे-छोटे स्टेप करते रहने से आप कब अपने goal को accomplish कर लेंगे आपको खुद भी पता नहीं चलेगा ।
7: The 2-Minute Rule
2-Minute Rule को हर कोई अपनाता है जब भी आपका मन टालमटोल करने लगे तो उसे कहें कि सिर्फ मैं इस कार्य को 2 मिनट दूंगा ।
ऐसा करने से आपका मन उस कार्य को करना शुरू कर देगा और आपकी बात मान लेगा ।जैसे ही मन आपकी बात मान लेता है उसे उस कार्य में मजा आने लगता है जिसे वह करने के लिए टालमटोल कर रहा था ।
2-Minute Rule इतना इफेक्टिव है कि चाहे कोई एंटरप्रेन्योर हो या कोई स्टूडेंट इस तकनीक का इस्तेमाल करके घंटों तक कार्य कर सकता है और अब उस पर निर्भर करता है कि वह अपने कार्य को कितना जल्दी समाप्त करना चाहता है ।
8: Long-Term Actions –
(Book Getting Things Done Summary in Hindi )
कुछ काम ऐसे होते हैं जो लंबा समय मांगते हैं इस दौरान आपको अपने कार्य को डिवाइड कर लेना है जब आप काम को हिस्सों में बांट लेते हैं
उस कार्य को करना आसान हो जाता है और निर्धारित समय में आप अपना काम समाप्त भी कर पाएंगे ।
कहते हैं दोस्तों जब कोई काम को आप डिवाइड करते हैं तो आपको करने में मजा भी आता है क्योंकि निर्धारित समय में जब कोई काम समाप्त होगा तो आपके अंदर से एक Winner वाली फीलिंग आएगी जिसकी वजह से आप अपने कार्य को आसानी से बिना स्ट्रेस लिए कर पाएंगे ।
काम को हिस्सों में बात देने से आप अपनी लाइफ को इंजॉय भी कर पाएंगे और अपनी फैमिली के साथ समय भी बीता पाएंगे ।
9: Bucket Lists
Bucket Lists तैयार करने से आपके काम मिक्स नहीं होंगे और आप हर काम को अपने समय पर खत्म कर पाएंगे ।अपनी efficiency बढ़ाने के लिए सबसे बढ़िया तरीका है bucket list बना लेना ।
💞💞bucket list 6 तरह की होती है ।
1. Active tasks – एक हफ्ते की एक लिस्ट बनाएं जिसमें आपको काम लिखने हैं जो आपको इस हफ्ते के दौरान करने ही है ।
2. Active projects –इस महीने जो कार्य चल रहे हैं उसे आपको इस लिस्ट में लिखना है ताकि आप बनाएं गए टास्क को कंप्लीट कर पाएं ।
3. Calendar – एक लिस्ट तैयार करें जिसमें आपको लिखना है कि इस महीने कौन-कौन सी मीटिंग आपको दूसरे के साथ करनी है ।
4. Someday list – इस लिस्ट में आपको वह कार्य लिखना है जो आपको एक दिन करने है लेकिन अभी नहीं ।
5. Reference files – जो फाइल्स की जरूरत आपको कभी भी पड़ जाती है उसे इस bucket में उन फाइलों के साथ रखें ताकि समय आने पर आपको समय से मिल जाएं ।
6. A capture device –एक लिस्ट तैयार करें उसमें आपको जो ideas आते हैं उसे नोट डाउन कर ले ताकि उन ideas का इस्तेमाल आप बाद में कर पाएं .
10: Weekly Review
bucket list में जो भी अपने कार्य लिखे हैं उसका रिव्यू करना होगा और रिव्यू करने के लिए आपको हफ्ते में कोई ऐसा दिन और समय सुनिश्चित करना होगा ताकि आप उस समय Distract ना हो पाएं
रिव्यु के दौरान आपको समझ आएगा कि आपने कौन सा कार्य समय से कर लिया और कौन सा कार्य आप भूल गए । ऐसा करने से आप खुद समझ सकेंगे कि आप कौन सी गलती कर रहे हैं ,जब इंसान अपनी गलती खुद पहचान लेता है तो अपनी प्रोडक्टिविटी को 10 गुना बढ़ा लेता है तो अपनी responsibility खुद ले ताकि आप समझ सके किस जगह आप खुद गलत है ।
11: Create a Workplace
Workplace में लोग काम करते हैं यह सब हम जानते हैं आपको अगर काम करना है तो एक कमरा ऐसा चुनना होगा जहां आप सुकून से अपना काम कर पाए चाहे आप freelancing करते हो या painting designing कोई भी काम अगर आप एक सही जगह ढूंढ कर अपना कार्य शुरू करेंगे तो आपके अंदर से मोटिवेशन आएगा कि मुझे अपना कार्य समय पर खत्म करना है । वहीं दूसरी ओर अगर आप अपने वर्कप्लेस को सही तरीके से नहीं रख पा रहे हो तो आप उसे ऑफिस की तरह ट्रीट नहीं करेंगे , जिसकी वजह से आप कभी भी लेट जाएंगे या अपनी टांगे मेज पर रख देंगे जिससे आपको काम करने की इच्छा ही नहीं होगी इसलिए जहां आप अपना काम करते हैं उस वर्कप्लेस जैसे ही क्रिएट करें ।
12: Power of Habits ( Getting Things Done Summary in Hindi )
हम सब जानते हैं कि हमारे जीवन में आदतों का बहुत बड़ा किरदार होता है हमारी जिंदगी में अगर आप इस किताब में बताई गई सभी टेक्निक्स को फॉलो करना चाहते हैं तो आपको एक अच्छी आदत बनानी होगी और हम सब जानते हैं आदतें एक दिन में न बनती है न छूटती है ।
दोस्तों घबराएं नहीं !आपको ज्यादा कुछ नहीं यह सोचना है कि मैं एक समय में एक काम करूं ताकि उसे मैं अच्छे से कर पाऊं ।
कहते हैं कि कोई भी कार्य अगर आप 21 दिन तक करने लग जाएं तो वह कार्य आपकी आदत बन जाती है ।दोस्तों इस तकनीक का अपनाएं ताकि आपको रिजल्ट आपकी favour में मिले ।
21 दिन तक आपको कौन-कौन से कार्य करना है इसे आप डायरी में लिख ले या अपने मोबाइल की सहायता ले ले । दोस्तों जैसे कि हमने पहले ही कहा है आदत एक दिन में नहीं बनती इसलिए प्रयास करने से पीछे न रहे जितना आप प्रयास करेंगे उतना अपने आप को बेहतर बनाएंगे ।
13: Always Plan
दोस्तों कुछ स्टेटस फॉलो करने से आप स्मार्ट बन सकते हैं
जिस कार्य को आप करना चाहते हैं उसकी क्लियर इमेज आपके दिमाग में होनी चाहिए ।
फिर brainstorming करें और जो स्टेप आपको सही नहीं लग रहे हो उसे खुद हटा दे और नए स्टेप्स बनाएं ।
कुछ लोग ऐसे होते हैं जो सिर्फ सोचते रहते हैं एक्शन कभी नहीं लेते ।अगर आप इन दोनों को बैलेंस नहीं करेंगे तो लाइफ में कभी भी कुछ बड़ा अचीव नहीं कर पाएंगे ।
असफलताओं से घबराकर कोई भी इंसान सफल नहीं बन पाया इसलिए असफलताओं से घबराएं नही , affirmation का उपयोग करें और आप देखेंगे पहले से कितना परिवर्तन आ गया है और आप कार्य करने से पहले घबराते नहीं है ।
14: Prioritize Your Tasks –( Getting Things Done Summary in Hindi)
कई बार हमारा दिमाग एक समय में कई टास्क को कंप्लीट करने का सोचता है ऐसे में हम एक काम भी नही कर पाते हैं और निराश हो जाते हैं ।
लेखक हमें समझते हैं कि एक समय एक ही कम करो और आपको खुद तय करना है कि कौन सा काम आपके लिए प्राथमिकता रखता है ।जब आप सही निर्णय लेंगे तभी आगे बढ़ पाएंगे । Read more 👇 👇
21 Success Secrets Of Self Made Millionaire Book Summary In Hindi
Classic Guide to Intelligent Reading :How to Read a Book in Hindi
Goals बनाते समय यहां सोचें कि उसकी डेट लाइन क्या है ?
अगर आप कोई काम कर रहे हैं तो उसका निर्धारित समय भी आपको ही तय करना होगा ताकि आप निश्चित समय में अपना कार्य समाप्त करके दूसरे कार्य भी कर पाएं ।
उम्मीद है दोस्तो यह लेख ” Getting Things Done Summary in Hindi ” की जानकारी से आपको कुछ सीखने को मिला होगा ।