कैसे अपने जीवन को पूरी तरह बदले ?Mindset Book Summary (How to Change the Mindset )

कैसे अपने जीवन को पूरी तरह बदले ?Mindset Book Summary (How to Change the Mindset )

यदि चुनौतियों का सामना कर कर के थक गए हो तो एक बार Mindset में लिखी हुई किताब  (Mindset Book Summary (How to Change the Mindset ) ) की summary जरूर पढ़ें ।

हे दोस्तों ! आपका स्वागत है । आज जिस बुक की समरी में आपको बताने जा रहे हो , इस किताब के लेखक का नाम carol Dweck है जो शोधकर्ता और मनोवैज्ञानिक हैं।

इस किताब में बताई गई सभी बातें आपकी मानसिकता को change कर देगी ।

इससे आपको पता चलेगा कि कैसे आप अपने मानसिकता को बदलकर जो पाना चाहते हैं वह पा सकते हैं ।कई बार ऐसा होता है कि हमारे अपने विचार ही हमें आगे नहीं बढ़ने देते ।

Mindset Book Summary (How to Change the Mindset )

सबसे  जानते हैं कि मानसिकता कहते कैसे हैं ? (What Is Mindset ? )

    What Is Mindset ?

मानसिकता मतलब माइंडसेट (Mindset )आप किस तरह से परिस्थिति को देखते हैं,आपके विचार कैसे हैं ?आपके एक विचारों की दिशा ,आपके सोचने समझने की क्षमता को मानसिकता कहते हैं ।

हमारा Mindset हमें कामयाबी की ओर लेकर जा सकता है । अगर हम सही Mindset रखेंगे तब ही हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाएंगे ।

इस किताब के लेखक ने कैसे सही माइंडसेट रखना है जिससे आप अपना लक्ष्य पा सकते हैं ।यह बात मैं इस लेख के जरिए Mindset Book Summary (How to Change the Mindset ) मैं बताने जा रही हूं ।

     नजरिया बदलो ,जिंदगी बदल जाएगी   

fixed mindset और growth mindset वालो के बीच में क्या अंतर होता है इस लेख के जरिए आप समझेंगे ।

विफलताओं से कैसे निपटना है , खुद को कैसे उन्नति की ओर ले कर जाना है , चुनौतियों का सामना कैसे करना है यह सब हमारी मानसिकता पर निर्भर करता है ।

हमारी मानसिकता ही तय करती है कि क्या हम अपनी जिंदगी में परिवर्तन कर सकते हैं ,क्या हम कुछ नया सीख सकते हैं ,क्या हम परिस्थिति का सामना कर सकते हैं ?इस किताब के लेखक स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हैं । इन्होंने मानसिकता के ऊपर कई किताब लिखी है ।

लेखक ने मानसिकता के ऊपर कई किताबें लिखी हुई है आज इस लेख में आप जानेंगे कि मानसिकता का प्रभाव हमारे जीवन में कितना पड़ता है ?

महान लोग चाहे वहां खेल में हो या कोई अन्य क्षेत्र में कोई भी इंसान रातों-रात सफल नहीं हो जाता है ।

प्रतिभाशाली बनने के लिए आपकी अच्छी मानसिकता का होना बेहद जरूरी है । पहले आप जाने कि आपकी मानसिकता कैसी है सकारात्मक या नकारात्मक

जब कोई व्यक्ति विकास की मानसिकता रखता है तो वहां महान बन जाता है ।

लेखक का कहना है पहले आप अपनी मानसिकता समझे यदि उसमें बदलाव का की आवश्यकता है तो जाने की मानसिकता को बदल कि कैसे आप मनचाहा लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं ?

          अध्याय – 1  Mindset Book Summary (How to Change the Mindset )

                    मानसिकता

एक बार स्कूली छात्रों को लेखक ने पहेलियां हल करने के लिए कहा शुरू की पहेलियां बेहद आसान थी लेकिन उसके बाद की पहेलियां कठिन थी ।लेखक जानना चाहती थी कि विफलताओं को बच्चे किस तरह से हैंडल करते हैं ?

कठिन पहेलियां जब हल नहीं कर पाए तो एक बच्चा खड़ा होकर कहता है कि मुझे चुनौतियां पसंद है मुझे अच्छा लग रहा है ,ऐसा सुनकर लेखक हैरान रह गई ।विफल होने के बावजूद बच्चों को ऐसा लगा कि वे कुछ नया सीख रहे हैं इस बात से लेखक हैरान थी ।

लेखक सोच रही थी कि कुछ लोग अलग क्यों सोचते हैं वे विफल होने से क्यों डरते हैं ?

जब साइंटिस्ट से यह बात की गई तो पूछा गया कि कुछ लोग कम होशियार होते हैं और कुछ लोग ज्यादा ऐसा क्यों ?

विशेषज्ञों का कहना है कि हमारी खोपड़ी का आकार और जीन के कारण ही हम स्मार्ट बनते हैं विशेषज्ञों का कहना है कि आप जिस वातावरण में रहते हो उस प्रकार के व्यक्ति बन जाते हो ।और कुछ विशेषण कहते हैं अनुभव और प्रशिक्षण के साथ कोई भी व्यक्ति स्मार्ट बन सकता है ।

मानसिकता का प्रभाव

जब लेखिका को यह पता चलता है कि आपके नजरिए से ही आप अपने आने वाला भविष्य तय करते हैं तो वहां हैरान रह गई कि हमारा नजरिया कैसे हमारे जीवन को प्रभावित करता है ।

हम सब जानते हैं कि 2 टाइप के मानसिकता होती है पहेली निश्चित मानसिकता और दूसरी विकास मानसिकता पहली मानसिकता के अनुसार आपके पास जितनी बुद्धि है आप उसका उपयोग करके अपने कार्य करेंगे इसमें या तो आप सफल होंगे या असफल ,या आप जीतोगे या करोगे ।

इस मानसिकता वाले लोग हमेशा दूसरों को ज्यादा टैलेंटेड कहते हैं और समझते हैं कि दूसरे का आइक्यू लेवल उनसे ज्यादा है ।

यदि मैं विकास मानसिकता की बात करूं तो यह इनकी मानसिकता होती है कि यह समझते हैं कि यह अनुभव और कड़े प्रशिक्षण के साथ जो पाना चाहते हैं उसे हासिल कर सकते हैं

इनकी मानसिकता ही इन्हें महान बनाती है क्योंकि इनका मानना है कि हर कोई प्रतिभाशाली नहीं होता लेकिन अपनी मेहनत और जुनून से जो हासिल करना चाहते हैं कर सकते हैं ।

लोगों को अपने बातों से प्रभावित करने से अच्छा है कि अपने कार्य से उन्हें प्रभावित करें यदि आप लोगों को समझाने में लगेंगे की आप कुछ कर सकते हैं अपने अनुभव से सीख सकते हैं तो इसमें आपका समय ही बर्बाद होगा इस से अच्छा है कि आप उन्हें परिणाम दिखाएं ।

अपनी कमियों को छुपाने की जगह उन्हें दूर करने का प्रयास करते हैं और उन लोगों की संगति में रहते हैं जो उनके आत्मसम्मान को ठेस नहीं बल्कि लक्ष्य तक पहुंचने का रास्ता बताते हैं।

इस मानसिकता के लोग लोगों के बनाए हुए रास्तों में चलने के बजाय अपने खुद के रास्ते बनाते हैं और जीत हासिल करते हैं ।बड़ी विपदा के समय भी हार स्वीकार नहीं करते बल्कि डटकर सामना करने की मानसिकता को ही विकास मानसिकता कहते हैं ।

मानसिकता का असर

जैसे हर एक लड़की का ख्वाब होता है कि उसका राजकुमार ऐसा होगा जिसमें कोई कमी नहीं होगी वह दिखने में भी सुंदर होगा और अच्छा कमाई भी करता होगा वैसे ही मानसिकता लेखिका की थी लेकिन जब लेखिका को उनका प्रेमी मिला तो उसमें कुछ कमियां थी और उसकी बिजनेस में भी उतार-चढ़ाव आता रहता था लेकिन फिर भी लेखिका को अपने प्रेमी से कोई शिकायत नहीं थी ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि लेखिका ने अपनी मानसिकता बदल ली थी पहले मानसिकता उनकी गलत थी इसलिए वाह सही निर्णय नहीं ले पा रहे थे लेकिन जब उन्होंने अपनी मानसिकता बदली तो एक नई दुनिया में भी प्रवेश हुई ।

आप बच्चों को देखिए बच्चे सौ बार नीचे गिरते हैं फिर उठते हैं और अपने आप कोशिश करते हैं चलने की ऐसा है ही दृष्टिकोण इंसान को रखना चाहिए जब आप अपनी मानसिकता बदलते हो तब एक नई दुनिया में प्रवेश करते हो चुनौतियों से घबराकर अगर बैठे रहोगे तो कभी भी सफलता हाथ नहीं आएगी ।

फिक्स्ड माइंडसेट वाले और ग्रोथ माइंडसेट वाले किसे प्राथमिकता देते हैं ?

जब फिक्स माइंड सेट वाले लोगों से कहा गया कि आप किस तरह का रिश्ता रखना चाहते हैं तो वह कहते हैं कि हमें ऐसा जीवन साथी चाहिए जो हमारी पूजा करें हमें प्यार करें और हम जैसे हैं वैसे ही स्वीकार कर ले लेकिन ग्रोथ माइंडसेट वालों ने कहा हमें ऐसा जीवन साथी चाहिए जो हमें अपने लक्ष्य की ओर ले कर जाए हमें चुनौती दे जिसके कारण हम जिंदगी में प्रगति की ओर बढ़े ।

हर किसी ने कछुआ और खरगोश की कहानी सुनी है हर कोई खरगोश बनना चाहता है और रणनीति अपनाना चाहता है क्योंकि धीरे धीरे चल कर मेहनत करना हर एक को अच्छा नहीं लगता है ।

फिक्स्ड माइंडसेट वाले लोग कहते हैं कि यदि कोई कार्य करने के लिए आपको काफी प्रयास करने की पड़ रहे हैं तो इसका मतलब यह है कि आप जीनियस नहीं है वही माइंड सेट वाले लोग कहते हैं मेहनत तो जीनियस को भी करनी पड़ती है ।

 सफलता प्राप्त करने के लिए कौन-कौन सी चुनौती का सामना निश्चय मानसिकता वालों को करनी पड़ती है ?

स्थिर मानसिकता के लोग हमेशा सोचते हैं कि जीनियस को प्रयास करने की क्या आवश्यकता है , यदि आप प्रयास कर रहे हैं तो इसका मतलब यह है कि आप जीनियस है ही नहीं ।निश्चय मानसिकता वाले लोग यदि प्रयास करने के बाद भी असफलता पाते हैं तो वे अपने बहाने भी इस्तेमाल नहीं कर सकते क्योंकि उन्होंने प्रयास किया है ।

फिक्स्ड माइंडसेट वाले लोग किताबे तो बहुत पढ़ते हैं लेकिन किताबों में बताई गई बातों को अपनाते नहीं है ।कई बार उन्होंने सुना होगा कि प्रयास ही सफलता का राज है लेकिन जब फिक्स्ड माइंडसेट वाले लोग इन बातों पर यकीन ही नहीं करेंगे तो सफलता का चेहरा कैसे देख पाएंगे ।

FAQ (Mindset Book Summary  /How to Change the Mindset )

प्रश्न -क्या इंसान को अपनी योग्यता पर कार्य करते रहना चाहिए ?

उत्तर – जी हां ,क्योंकि समय के साथ साथ चुनौतियां हमेशा बढ़ती जाएंगी इसलिए इंसान को अपनी योग्यता पर कार्य करते रहना चाहिए ।

प्रश्न -क्या मानसिकता बदली जा सकती है ?

उत्तर -जी हां ,मानसिकता बदली जा सकती है ।हमने अभी जाना है कि फिक्स्ड माइंडसेट और ग्रोथ माइंडसेट अंतर क्या होता है यदि हम ग्रोथ माइंडसेट रखते हैं तो हम जीवन में आगे बढ़ेंगे यह बात तो तय है और मानसिकता बदलने से यदि हमारा जीवन अच्छा बन सकता है तो हम अपनी मानसिकता क्यों ना बदलें ।

प्रश्न – क्या मैं दोनों मानसिकता रख सकता हूं ?

उत्तर – यहां लेख पढ़ने के बाद आपको समझ आ गया होगा कि कौन सी मानसिकता आपके लिए बेहतर हो सकती है आप खुद चुना कीजिए कि कौन सी मानसिकता आपके लिए अच्छी है आप चाहे तो सिर्फ ग्रोथ मानसिकता की ओर जा सकते हैं ।

ग्रोथ माइंडसेट को अपनाकर आप मुश्किल से मुश्किल कार्य कर सकते हैं कभी भी अपनी ना कामयाबी का दोष किसी अन्य व्यक्ति या परिस्थिति पर ना लगाएं ।

जैसे ही हम अन्य मांसपेशियों को एक्सरसाइज करके बदल सकते हैं वैसे ही दिमाग को अच्छे से ट्रेन करके इसकी मानसिकता बदल सकते हैं । आप अपनी जिम्मेदारी खुद लेते हैं और अपनी कमियों को छुपाने की जगह उस पर कार्य करना शुरू करते हैं तो आप जल्दी ही सफल व्यक्ति बन जाएंगे ।

प्रश्न – मानसिकता को अंग्रेजी में क्या बोलते हैं ?

उत्तर – मानसिकता को अंग्रेजी में माइंड सेट कहा जाता है ।

प्रश्न – मानसिकता कैसे बदलें ?

  • उत्तर – नकारात्मक सोच को अपने आप से दूर रखें ।
  •  अच्छे वातावरण में अपना समय बताएं ।
  •  अपने लक्ष्य को हमेशा ध्यान में रखें
  •  नकारात्मक दृष्टिकोण से अपने आप को बचाएं ।
  •  मेडिटेशन रोजाना करें
  •  Affirmation की सहायता लें ।

प्रश्न –  मानसिकता के कितने प्रकार होते हैं ?

उत्तर – मानसिकता दो प्रकार होते हैं

  •   fixed mindset
  •   Growth mindset

  Importance Of Mindset (Mindset Book Summary /How to Change the Mindset )

हमारे जीवन में मानसिकता का बहुत बड़ा रोल होता है यदि आप नकारात्मक विचारों को रखते हुए आगे बढ़ेंगे तो कभी जीवन में सफलता हाथ नहीं लगेगी ।इसलिए कहा जाता है कि अपनी मानसिकता पर ध्यान दें यदि आपके सकारात्मक विचार होंगे तब ही आप आगे बढ़ पाएंगे और जीवन में बड़े से बड़े लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे ।

प्रश्न – fixed mindset किसे कहा जाता है ?

उत्तर – जो लोग सोचते हैं कि कोई भी नया कार्य करने के लिए उनके अंदर टैलेंट नहीं है इसलिए वह जीवन में कभी आगे नहीं बढ़ सकते इस तरह की मानसिकता को फिक्स्ड मानसिकता (fixed mindset )सकता कहा जाता है ।

प्रश्न – Growth Mindset किसे कहते हैं ?

उत्तर –  वे लोग जो अपने समर्पण और कड़ी परिश्रम की सहायता से अपना लक्ष्य प्राप्त करते हैं उन्हें ग्रोथ माइंडसेट वाले लोग कहा जाता है ।

New mindset = New Result

Fixed and Growth Mindset में अंतर क्या है?

fixed mindset वालो की सोच होती है कि वह हर कार्य नहीं सीख सकते हैं ।उनमें इतना टैलेंट नहीं है कि वह कोई नया कार्य आसानी से सीख ले ।इसके विपरीत होते हैं

growth mindset वाले लोग ,जो कहते हैं कि जब भी कार्य कोई हमारी सामने आएगा हम अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के साथ वहां कार्य सीख लेंगे ।

fixed mindset वाले लोग परिवर्तन से डरते हैं जबकि growth mindset वालो को परिवर्तन पसंद है ।

fixed mindset  इनमें नया skill डेवलप करने की इच्छा नहीं होती जबकि growth mindset वाले लोग नया सीखने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं ।

fixed mindset असफलता का चेहरा देखने के बाद कभी फिर से चैलेंज फेस करने की शक्ति नहीं रखते जबकि growth mindset गिरने के बाद भी चैलेंज एक्सेप्ट करने से नहीं डरते हैं ।

fixed mindset वाले लोग अपनी उन्नति में खुद ही मुसीबत बन जाते हैं जबकि growth mindset चैलेंज face करके अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेते हैं ।

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उम्मीद है कि आप इस लेख से Mindset Book Summary (How to Change the Mindset )काफी कुछ सीखने को मिला होगा आप उन लोगों के साथ इसलिए कुछ रोज शेयर करें जो जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं और खुशी से अपना जीवन व्यतीत करना चाहते हैं । अपना कीमती समय देने के लिए धन्यवाद 😊

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