Shridi Sai Baba Teachings

Shridi Sai Baba Teachings(साईं बाबा की  शिक्षाएं )

आज मैं आपको साईं के बारे में दिलचस्प बाते बताने जा रही हूं उम्मीद है आपको यह लेख  Shridi Sai Baba Teachings पसंद आएगा ।

Shridi Sai Baba Teachings(साईं बाबा की  शिक्षाएं )

हे दोस्तों आप सब का मेरे ब्लॉग में स्वागत है ।जब भी हम साईं के दर्शन करते हैं तो दिल में एक बात आती है कि साईं के बारे में और बातें जाने ।

इन बातो के माध्यम से आप साई की शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं और अपने जीवन में खुशियां ला सकते हैं ।

साईं के वचनों से हम साईं को हमेशा अपने दिल में रख सकते हैं ।भले ही साई हमें दिखते नहीं है लेकिन मन की आंखों से देखोगे तो साईं जरूर नजर आएंगे ।

वैसे तो मन में कई विचार आते हैं कि हम साईं के बारे में ज्यादा से ज्यादा पढ़े । आज मैं आपको उनके भक्तों द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देने वाले हो ।

एक बार की बात है जब साईं के भक्तों ने साईं जी से सवाल किया कि आप की जन्म तिथि क्या है ?

साईं ने इस प्रश्न का उत्तर दिया और कहा कि मेरी जन्म तिथि 28 सितंबर 1836 है ।

28 सितंबर हम सबके लिए बेहद ही अच्छा दिन है क्योंकि इस दिन हम साई का जन्मदिन मनाते हैं ।

साईं से जुड़ी महत्वपूर्ण बाते (Shridi Sai Baba Teachings )

अक्सर ऐसा ही होता है जब कोई व्यक्ति अपने गुणों और शक्तियों से जाना जाता है तो उसके चाहने वालों की गिनती अनगिनत हो जाती है ।

शिरडी के वासी साईं भगवान को शुरू में पागल समझते थे लेकिन धीरे-धीरे शिर्डी के वासियों को साईनाथ पर विश्वास होना शुरू हो गया ।

Shridi Sai Baba Teachings

साईं बाबा केवल 5 परिवारों में  एक दिन में दो बार भिक्षा लेने के लिए जाते थे ।

साईं नाथ अपने कांधे में एक कपड़े की झोली टांग कर रखते थे । उस कपड़े की झोली में ठोस पदार्थ डाला करते थे और उनके पास टीन का बर्तन था जिसमें वहां तरल पदार्थ डाला करते थे ।

साई भक्तों को हमेशा कुछ न कुछ खिलाते रहते थे ।जो भी झोली में भिक्षा लेकर आते थे उसे एक बड़े बर्तन में रख दे देते थे।

उस भिक्षा को साईनाथ चिड़िया , कुत्ते और अन्य जानवरों को खिलाते थे ।

साईं नाथ अपने भक्तों को भी द्वारकामाई ने कई बार भोजन करवा देते थे ।

साईं के वचन (Shridi Sai Baba Teachings )

एक बार की बात है जब साईं को उनके भक्तों ने न्यौता दिया और कहा कि आज आप हमारे घर खाना खाइएगा ।

साईं जी ने एक कुत्ते का रूप धारण किया और उस भक्त के घर पहुंच गए ।

भक्त ने उस कुत्ते को भगाने के लिए जलती हुई लकड़ी उस कुत्ते पर फेंक दी ।

वहां कुत्ता तो भक्त के घर से चले गया लेकिन जब बहुत देर इंतजार करने के बाद भी साईनाथ उस भक्त के घर नहीं पहुंचे तो साईं को लेने के लिए वह भक्त द्वारिका माई पहुंच गया ।

तब साईं ने उस भक्त को कहा कि मैं तुम्हारे यहां आया था लेकिन तुमने मुझे जलती हुई लकड़ी मारकर वहां से भगा दिया ।

भक्त को अपनी भूल का अंदाजा हुआ और उसने साईनाथ से माफी मांगी ।

साईं ने अपने भक्तों को बेहद प्यार से एक शिक्षा दी है कि मैं हर एक रुप में समाया हूं अगर मेरी बंदगी करना चाहते हो तो मेरे हर एक रूप को स्वीकार करो ।

अगर तुम किसी बेजुबान जानवर को खाना खिलाते हो या उसकी रक्षा करते हो तो इसका मतलब यह है कि तुमने मेरी बंदगी की है ।

मैं हर जगह स्थापित हूं इसलिए सिर्फ मेरे रूप से नहीं मेरे अंश को हर एक में देखो और सही मार्ग पर चलते रहो ।

उदी के चमत्कार (Sai Baba Miracles )

एक परिवार जिन्हें संतान की सुख प्राप्ति नहीं हो रही थी ।जब साईं के सामने वह अपनी समस्या लेकर आए तो उन्हें साईनाथ ने भभूति दी ।

जिन लोगों को साईं पर विश्वास नहीं है वहां साईं की महिमा से अनजान रहते हैं और जाने अनजाने साईं को नीचा दिखाने के लिए कई कार्य करते हैं ।

जिस परिवार की महिला को बच्चा नहीं हो रहा था उसे साईं की भभूति मिल गई लेकिन जो साईं के विरोधी हैं वह लोग षड्यंत्र रचते हैं ।

जैसे ही उन्हें पता चलता है कि वह महिला गर्भवती हो गई है तो उसके गर्भ के बच्चे को खत्म करने के लिए उन पापी लोगो ने गर्भनिरोधक गोली उसे खिला देते हैं ।

फिर क्या !जैसे ही उस महिला को पेट में दर्द शुरू होता है वहां सीधा साईं के द्वार पहुंच जाती है ।

साईं जी ने उससे भभूति थी और कहा कि श्रद्धा और सबुरी रखो ।

साईं ने उन्हें कुछ उद्देश दिए और उन्होने उद्देश का पालन किया और वे दंपत्ति को संतान सुख की प्राप्ति हुई ।

साईं की कृपा से उनके परिवार में बच्चा हुआ ।साईं की अपार कृपा से उनके जीवन में खुशियां आए इसलिए वह परिवार साईं के गुणगान गाने से कभी भी पीछे नहीं हटता ।

साई की महिमा के बारे में आप इस लेख Shridi Sai Baba Teachingsमें पढ़ रहे हैं ।

साईं बाबा ( shirdi sai Baba)

साईं नाथ के भक्त विश्व में आपको हर जगह मिल जाएंगे । ईश्वर का रूप तो हर जगह एक ही है लेकिन हर कोई शिर्डी जाकर साईं बाबा के दर्शन करना चाहता है ।

जब भी शिर्डी जाएंगे आप देखेंगे कि साईं बाबा के दर्शन के लिए श्रद्धालु लंबी-लंबी कतारों में खड़े होने के लिए तैयार है ।

जिससे जितना बन पाता है वहां साईं के दर पर अपनी सेवा कर देता है ।

आपने देखा ही होगा कि हिंदू धर्म के लोग अपना संत हिंदू को ही चुनते हैं लेकिन साईं को मानने वाले आपको भिन्न प्रकार के जाति धर्म के लोग दिख जाएंगे ।

आपको हर जगह साईं की कथाओं में और कहानियों में यह पढ़ने को मिलेगा कि धर्म जात के नाम पर कभी भी लड़ाई नहीं करनी चाहिए मिल जुल कर रहना चाहिए और श्रद्धा सबुरी अपने गुरु के प्रति रखनी चाहिए ।

साईं बाबा ने अपने उपदेशों में एक बात कही है जो इंसान जात के नाम से झगड़ा करता है वह व्यक्ति सबसे बड़ा पापी है ।

आपको साईनाथ के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करने के लिए आप ‘श्री साईं सच्चरित्र’ पढ़ सकते हैं ।

साईं नाथ अपने वचनों में हमेशा श्रद्धा और सबुरी का महत्व बताते हैं ।

साईनाथ कहते हैं सबका मालिक एक तो इसका मतलब है कि ईश्वर एक है हमें उस ईश्वर की बंदगी करनी चाहिए ।

आप सब ने कई ऐसे चमत्कारी कहानियां सुनी होंगी जो साईं से जुड़ी है ।

Shirdi Sai Baba Teachings

कई लोग असहाय लोगों को अपमानित करते हैं और उनके लिए समाज में जगह नहीं रखते हैं ।साईं नाथ के द्वार हर इंसान के लिए खुले हैं ।

साई ने हमेशा आत्मा संतुष्टि , प्रेम , आध्यात्मिक ज्ञान और दया को जीवन में लाने पर जोर दिया है ।

साईं नाथ ने कहा है कि सबसे बड़ा धर्म मानवता का ही है । श्रद्धालुओं और शिक्षकों को हमेशा यही शिक्षा दी है कि मानवता ही सबसे बड़ा आभूषण है ।

Death of Sai Baba in Hindi

साईं बाबा ने अपने भक्तों को संकेत दे दिया था कि वह दुनिया से विदा जल्द ही लेने वाले हैं ।साईं बाबा ने 15 अक्टूबर 1918 को समाधि ली ।

उनकी मृत्यु के बाद एक बड़ा सवाल सामने आया कि अंतिम संस्कार कैसे  किया जाएगा हिंदू धर्म से या मुस्लिम धर्म से ?

कहा जाता है कि अंतिम संस्कार के वक्त मतदान करवाया गया जिसमें हिंदू पक्ष जीता । इसी कारण साईं नाथ का अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज से किया गया ।

साईं बाबा की चमत्कारी कहानियां Sai Baba Shirdi Stories

साईं नाथ से जुड़ी हम कई बातें जाना चाहते हैं लेकिन कई बार ऐसा होता है कि समझ ही नहीं आता कहां से शुरू करें ।

आज मैं इस लेख में Shridi Sai Baba Teachings समस्या का समाधान निकालती हूं । ऐसी कहानी पढ़गे जिससे आपके जीवन में परिवर्तन आएगा और आप साईनाथ को और जान पाएंगे ।

साईं द्वारा प्रत्येक चमत्कार में कोई ना कोई शिक्षा जरूर रहती है ।

मैं उनकी विशेष कथा आपके सामने रखती हूं ।

साईं नाथ की चमत्कारी कहानी

जब भी साईं के चमत्कारों की चर्चा होती थी तो एक व्यक्ति को बेहद यह बात खटकती थी उसने साईं की शक्तियों की पड़ताल करने की योजना बनाई । पड़ताल करने के लिए वह व्यक्ति शिर्डी पहुंच गया ।

उस व्यक्ति को यह बात का पता लगाना था कि सही में साईं बाबा के पास कोई शक्ति है या वह एक ढोंगी है ।

मस्तिष्क में हजारों सवाल लेकर जब साईं के सामने पहुंचा तो साईं के दर्शन करते ही वह हैरान हो गया ।

वह व्यक्ति इसलिए हैरान हो गया क्योंकि उसके मन में जितने भी सवाल थे एक-एक करके साईं ने उन सवालों का उत्तर साई देने लग गए ।

वह व्यक्ति आश्चर्यचकित रह गया और साईं के सामने माथा टेकने में मजबूर हो गया ।

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saibaba कौन हैं हिन्दू या मुसलमान ? Sai का जन्म, मत्यु, और कथाएं ।

FAQ (Shridi Sai Baba Teachings )

[sc_fs_multi_faq headline-0=”h4″ question-0=”Q साईं बाबा के अनमोल वचन क्या है ?” answer-0=”Ans.कभी भी विपत्ति के समय घबराना नहीं है । ईश्वर पर भरोसा रखना है और धैर्य रखकर अपना कार्य करते रहना है ।” image-0=”” count=”1″ html=”true” css_class=””]

[sc_fs_faq html=”true” headline=”h4″ img=”” question=”Q . साईं बाबा का अंतिम संस्कार कैसे हुआ था ?” img_alt=”” css_class=””] Ans. साईं बाबा का अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज से किया गया है । [/sc_fs_faq]

[sc_fs_faq html=”true” headline=”h4″ img=”” question=”Q . साईं का वास्तविक नाम क्या था?” img_alt=”” css_class=””] Ans. हरिभाऊ भुसारी [/sc_fs_faq]

[sc_fs_multi_faq headline-0=”h4″ question-0=”Q .क्या हम पीरियड्स के दौरान साईं सच्चरित्र पढ़ सकते हैं?” answer-0=”जितना साई की कथाओं से हमने समझा है वह यह बात है कि साई जात – पात, छुआ छूत को नही मानते थे । इसलिए साई का नाम जापने से कोई विपत्ति नही होनी चाहिए बाकि आप खुद निर्णय ले सकते है।” image-0=”” count=”1″ html=”true” css_class=””]

[sc_fs_faq html=”true” headline=”h2″ img=”” question=”Q.साईं बाबा को खुश कैसे करें?” img_alt=”” css_class=””] Ans.साईं बाबा को खुश करने का सिर्फ एक मार्ग है जो है – सही मार्ग में चलना । अपने गुरु पर श्राद्धा रखना। जरूरतमंद लोगो की मदद करना । नाम जापना । [/sc_fs_faq]

[sc_fs_faq html=”true” headline=”h2″ img=”” question=”Q.साईं बाबा का प्रिय भक्त कौन था?” img_alt=”” css_class=””] Ans. साईं बाबा का प्रिय दासगणु प्रिय भक्त था। [/sc_fs_faq]

उम्मीद है आपको यह लेख Shridi Sai Baba Teachings की दी गई जानकारी पसंद आई होगी । साईं के भक्तों के साथ इसे शेयर जरूर करें और हमें फॉलो करना बिल्कुल ना भूलें  ,अपना कीमती समय देने के लिए धन्यवाद 🙏😊❤️

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