The art of public speaking book summary in Hindi

Public Speaking Ka Magic:The art of public speaking book summary in Hindi 🔥🗣️

हे दोस्तों !आप सबका स्वागत है आज आप पब्लिक स्पीकिंग के डर को खत्म करने वाले हैं ।इस लेख “The art of public speaking book summary in Hindi ” के जरिए आप समझ जाएंगे की पब्लिक स्पीकिंग का डर कैसे खत्म किया जा सकता है ?

The art of public speaking book summary in Hindi

यदि इंसान को सिर्फ ख्याल से ही डर लगने लग जाता है कि आज मुझे लोगों के सामने कुछ बोलना है तो समझ लीजिए पब्लिक स्पीकिंग का डर उसके अंदर है ।

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क्या आपको मालूम है पब्लिक स्पीकिंग का डर बहुत ही आम डर है ?

National Institute of Mental Health के अनुसार 75% लोगों को पब्लिक स्पीकिंग से डर लगता है ।

क्या आप जानते है public speaking के डर को glossophobia के नाम से भी जाना जाता है ।

वैसे तो कई कहानियां है जिसमें महान व्यक्ति भी पब्लिक स्पीकिंग के नाम से घबराते थे ।

आज मैं आपको उन महान व्यक्तियों के नाम बताने जा रही हूं जिन्हें पब्लिक स्पीकिंग के नाम से भी डर लगता था ।

Steve Jobs, Bill Gates, and Oprah Winfrey यह सब नाम उन महान व्यक्तियों के हैं जिन्हें सफल व्यक्ति बनने से पहले पब्लिक स्पीकिंग के नाम से भी डर लगता था ।

आज भी बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें पब्लिक स्पीकिंग के नाम से डर लगता है । वहां कई बार सोचते हैं की कैसे stage में बात की जाएं ? कैसे लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया जाएं ? वे कैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए वीडियो क्रिएट करें और वीडियो बनाते समय बिना edit किया वह अपनी प्रेजेंटेशन अच्छे से दे पाएं ।

The art of public speaking book summary in Hindi

यह सब सवाल आपके दिमाग में है तो आज का लेख “The art of public speaking book summary in Hindi ”  सिर्फ आपके लिए है क्योंकि लेख तो आपने कहीं पढ़े होंगे लेकिन जो life changing points आप इस लेख में जानने वाले हैं वह वाकई में लाजवाब है ।

इस किताब में सीखने वाली ऐसी कई बातें हैं जो आपकी जिंदगी में खुशियां ला सकती है इसलिए अगर आप इस किताब को खरीदना चाहते हैं तो यह Link के जरिए किताब ले सकते हैं ।

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यह किताब “The Art Of Public Speaking” बेस्ट सेलिंग किताब मानी जा रही है तो जरूर इसमें कुछ खास बात होगी चलिए जानते हैं ।

इस किताब को chapters में बांटा गया है हर एक अध्याय में एक विशिष्ट बात हमें सीखने को मिलेगी चलिए जानते हैं कि लेखक हमें क्या समझाने का प्रयास कर रहे हैं ।

How to Become a Better Public Speaker (The art of public speaking book summary in Hindi )

1. Ethics & Public Speaking

पब्लिक स्पीकिंग का उद्देश्य होता है कि हमारे श्रोताओं को हमारी कही हुई बात पसंद आए पर इसका मतलब यहां नहीं है कि किसी भी हाल में हम अपनी बात उनसे मानवा लें ।

The art of public speaking book की जानकारी आपको समझ आ रही होगी ।

अगर सुनने वाले को बात हमारी पसंद आती है तो वो ताली भी बजाते हैं लेकिन अगर आपकी बात उन्हें पसंद नहीं आई तो आप जबरदस्ती उनसे ताली नहीं बाजवा सकते ।

public speaker के नाते आपको अपने श्रोताओं को सही जानकारी देनी चाहिए ना कि misuse करना चाहिए । कुछ public speaker ऐसे होते हैं जो अपने फायदे के लिए लोगों को manipulate करते हैं ताकि वे बहुत पैसे कम पाएं ।पब्लिक स्पीकिंग की ethics यह होनी चाहिए कि अगर जानकारी आपको नहीं है किसी विषय के बारे में तो उससे जुड़ी बातें ना करें पहले खुद सीखें फिर जाकर ही दूसरे का मार्गदर्शन करें ।

The art of public speaking book summary in Hindi

2. स्पीच तैयार करें और उसकी तैयारी अच्छे से करें -आपको स्पीच तैयार करते समय speech को तीन हिस्सों में बांटना है

a.Introduction

b.Body.

c conclusion

ऐसा करने से आप अपने आप को पूरी तरह से तैयार कर लेंगे की speech देते समय आपको किस बातों का ध्यान रखना है ।

स्पीच तैयार करने के फायदे अनेक है क्योंकि जब इंसान पहले से रिसर्च कर के रखता है तो अपनी बात स्पष्टता से सामने वाले व्यक्ति को समझा पता है ।

जब आपकी स्पीच तैयार हो जाए तो Practice करना बिल्कुल ना भूले क्योंकि Practice के जरिए ही आप अपने अंदर आत्मविश्वास ला पाएंगे और आगे बढ़ पाएंगे ।

4 .Positive Affirmations का साथ ले

जिस दिन आपको अपनी स्पीच डिलीवर करनी है ,उसे दिन आप पॉजिटिव एफर्मेशन का साथ ले । ऐसा करने से आपके अंदर कॉन्फिडेंट की कमी नहीं होगी और आप बिना घबराएं अपनी बात स्टेज पर या लोगों के सामने कह पाएंगे ।

अपनी बात कहते समय अपनी tone का ध्यान रखें क्योंकि एक ही tone में जब इंसान बात करता है तो बोरियत महसूस होने लगती है ।

इसलिए tone चेंज कीजिए और परिवर्तन देखिए । Emotions को अपनी बातचीत में इंवॉल्व करें क्योंकि जब इंसान उत्सुकता से कोई बात करता है तो बात का असर कुछ और होता है और वही सहानुभूति के साथ कोई बात को करता है तो उसका असर कुछ और होता है इसलिए इमोशंस को अपनी बातचीत में लाएं ताकि लोग आपके साथ कनेक्शन Feel कर सके ।

बात करने का तरीका बेहद आसान है आपकी बात स्पष्ट संक्षिप्त और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत की जानी चाहिए तभी आप अच्छे वक्ता कहलाएंगे ।

5. अभ्यास , अभ्यास , अभ्यास

जैसे कि हम सब जानते हैं कोई भी कार्य में महारता हासिल करने के लिए हमें अभ्यास की आवश्यकता  पड़ती है ।इसलिए दोस्तों अगर आप पब्लिक स्पीकिंग के डर को अपने अंदर से मिटाना चाहते हैं तो जहां मौका मिले वहां बोले ।

मौका चाहे दोस्तों के सामने हो या कोई मीटिंग आप आगे आए और अपनी बात स्पष्टता के साथ रखाने की हिम्मत दिखाएं ।

ऐसा धीरे-धीरे करने से आपके अंदर आत्मविश्वास पड़ेगा और आप कभी भी पब्लिक स्पीकिंग के डर को अपने ऊपर हावी नहीं होने देंगे ।

5. अपनी बातचीत शुरू करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए –

दोस्तों जब भी हम किसी विषय में बात करना चाहते हैं तो अक्सर ऐसा होता है कि हम अपनी बात बोलना शुरू कर देते हैं बिना जाने की हमारी audience का इस टॉपिक पर क्या विचार हैयदि आप अच्छे स्पीकर बनना चाहते हैं तोपहलेदो से तीन मिनट अपने श्रोताओं को जाने उनसे पूछे कि उन वे इस टॉपिक से कितने परिचित हैं ?

अच्छा वक्ता वह बन पाता है जो अपनी श्रोताओं के साथ एक कनेक्शन बना पाता है ,कनेक्शन बनाने के लिए शुरूआत में आपको उनसे बातचीत करनी है ।

बातचीत के दौरान एक कनेक्शन built करना है ताकि वह आपकी बातें ध्यान से सुन पाएं ।

  • स्पीच के दौरान आप कुछ मनोरंजक बातें भी जोड़ सकते हैं ताकि श्रोताओं का ध्यान आपकी बातों से ना हटे ।जैसे कि – बेरोजगारी ऐसे फैल रही है जैसे कि कोरोनावायरस
  • अपनी स्पीच में ऐसे ही वाक्य का उपयोग करें जैसे कि -चमकते हुए सितारें आप हैं lऐसा करने से आप श्रोताओं का मनोबल बढ़ाते हैं और उनमें सकारात्मक विश्वास पैदा करते हैं ।
  • कहानी या मजेदार किस्से को भी आप अपनी स्पीच में जोड़ सकते हैं ताकि आप अपनी बात को किसी कहानी या मजेदार किस्से के जरिए समझ पाएं

The art of public speaking book summary in Hindi

6.Topic समझदारी से चुने –

टॉपिक को सावधानी से चुने ताकि आप अपने श्रोताओं से कनेक्ट कर पाएं ।यदि आपका टॉपिक आपके श्रोताओं के सामने नया है तो वह ध्यान से सुनेंगे और आपसे कनेक्शन भी feel कर पाएंगे ।

टॉपिक ऐसा होना चाहिए जिसके बारे में आपको अच्छे से जानकारी हो तभी आप सामने वाले व्यक्ति को अपनी बात अच्छे से समझ पाएंगे । अगर आपको उसे टॉपिक से रिलेटेड कुछ खास जानकारी नहीं है तो पहले जानकारी इकट्ठा करें और स्पीच तैयार करके बिना देखे , उसे बोलने का प्रयास करें । ऐसा करने से ही आप उसे टॉपिक को अच्छे से बोल पाएंगे और सामने वाले व्यक्ति को समझ पाएंगे ।

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उम्मीद है दोस्तों आपको यहां लेख “The art of public speaking book summary in Hindi ” जानकारी पसंद आई होगी । कृपया उन लोगों के साथ शेयर करना बिल्कुल ना भूल जो अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं और पब्लिक स्पीकिंग का डर जड़ से खत्म करना चाहते हैं ।

अपने कीमती समय देने के लिए तहे दिल से शुक्रिया 🙏🏼💕💕😊

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