Arnold Schwarzenegger Success rules in Hindi

Arnold Schwarzenegger Success rules in Hindi

बहुत से लोग है जो जीवन में हमेशा रोते रहते हैं कि उन्हें उनके पास यह नहीं है , वह नहीं है इसलिए वह आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं ।

दोस्तों इस लेख “Arnold Schwarzenegger Success rules in Hindi ” में आप अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर के बारे में जानेंगे कि कैसे उन्होंने अपने जीवन में इतनी कामयाबी पाई और अपना नाम बनाया ।

Arnold Schwarzenegger Success rules in Hindi

अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर का सफलता का सूत्र क्या हैं? ( Arnold Schwarzenegger Success Rules in Hindi )

Contents

श्वार्ज़नेगर ने अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने संस्कारों को दिया है ।ऐसा श्वार्ज़नेगर ने इसलिए कहा क्योंकि आपके संस्कार ही है जो आपका भविष्य का निर्माण करते हैं ।

बात हो शरीर सौष्ठव, अभिनय या राजनीति की श्वार्ज़नेगर ने हर एक क्षेत्र में अपना नाम बनाया है ।

Arnold schwarzenegger  (सफलता का सुत्र )

1. स्पष्टता – अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर का कहना है कि जब व्यक्ति का लक्ष्य स्पष्ट होता है तो अपने लक्ष्य को पाने के लिए वह पूरी कोशिश कर सकता है और सही रास्ते पर चल सकता है ।

उनका पहला लक्ष्य बॉडीबिल्डर फिर सफल अभिनेता और उन्होने अपना करियर राजनीतिक में भी बनाया ।

उनका कहना है कि जब व्यक्ति को यहां स्पष्ट होता है कि उनका लक्ष्य क्या है ?तो निश्चय तक अपने लक्ष्य को प्राप्त करना करने में  वह ध्यान केंद्रित कर सकता है , इसे बड़ी से बड़ी चुनौतियां इंसान खुद ही हटा देता है ।

2.कड़ी मेहनत और अनुशासन को महत्व दे – श्वार्ज़नेगर का कहना है कि जो व्यक्ति कड़ी मेहनत और अनुशासन की महत्वता को समझता है ,उसके लिए कोई भी लक्ष्य को प्राप्त करना आसान है ।

जो व्यक्ति सफलता प्राप्त करना चाहता है उसके लिए निरंतर प्रयास , दृढ़ता और त्याग को समझना आवश्यक है ।

कड़ी मेहनत और अनुशासित जीवन को अपनाकर उन्होंने अपने जीवन के हर क्षेत्र में कामयाबी पाई है ।

3 .समय के मांग के अनुसार बदलाव लाना और निरंतर सीखने रहने की प्रबल इच्छा रखना – जो व्यक्ति निरंतर सीखने का अभ्यास करता रहता है उसे समय के अनुसार अपने जीवन में बदलाव लाने की भी आवश्यकता होती है ताकि वह अपने आप को बेहतर बना सके ।

जब भी जरूरत पड़ती वह नई दृष्टिकोण को अपना ले ताकि वह अपने क्षेत्र में बेहतर बनते जाएं ।

4.असफलताओं से घबराकर नहीं डट के सामना करने वालो ही योद्धा कहते हैं – Arnold Schwarzenegger कहते हैं की कामयाबी पाने के लिए तो हर कोई कार्य करता है लेकिन यह मत बताइए कि आप कितनी बार गिरे बल्कि इतिहास में उनकी बातें छपती है जो गिरकर संभलना जानते हैं और तब तक हार नही मानते जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए ।

कामयाब लोग असफलताओं को विकास का जरिया मानते हैं उनका कहना है कि उनका अनुभव उन्हें कुछ ना कुछ सीखता है इसलिए वे कभी असफल नहीं हुई बल्कि कुछ नया सीखने और समझने का मौका मिला है ।

इंसान मंजिल को ना बदलकर , रास्ता को बदलना चाहिए ताकि वह अपनी मंजिल तक पहुंच जाएं ।

5.आत्मविश्वास -जिस इंसान के पास आत्मविश्वास की कमी होती है वह self doubt करता रहता है । श्वार्ज़नगर का कहना है कि मुझे अपने ऊपर इतना विश्वास रहा है कि मैं कभी भी आलोचना और परिस्थितियों से घबराएं नहीं हूँ।

खुद पर आत्मविश्वास होना एक ऐसी शक्ति है जिसके बदौलत इंसान बड़े से बड़ी चुनौतियों का सामना करने से घबराते नहीं है ।

Arnold schwarzenegger का जन्म और सफलता की कहानी

अर्नोल्ड का जन्म 30 जुलाई 1947 को हुआ अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर एक प्रसिद्ध अभिनेता बॉडीबिल्डर और पॉलिटिशियन है ।

इन्होंने बॉडी बिल्डिंग की दुनिया में अपना कदम रखा और अविश्वसनीय उपलब्धियां हासिल की , जिसे हर आम इंसान प्राप्त करना चाहता है लेकिन सिर्फ बहानों  की वजह से प्राप्त नहीं कर पाता ।

आपको जानकर हैरानी होगी कि अर्नोल्ड ने अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त की है और वह सात बार ओलंपिया चैंपियन भी बन चुके हैं ।

Arnold Schwarzenegger Success rules in Hindi

अर्नोल्ड की सफलता के बारे में हम सबको इसलिए जाना चाहिए कि उनसे हम प्रेरणा ले सके और अपने क्षेत्र में आगे बढ़ने का प्रयास करते रहे ।

दोस्तों क्षेत्र चाहे कोई भी क्यों ना हो ! सफलता प्राप्त करने के लिए कोई भी शॉर्टकट तरीका काम नहीं आता है ।

अर्नोल्ड श्वाज़नेगर की सफलता ने हम सबको एक बात सिखाई है कि रास्ते में अगर कठिनाई आए तो इसका मतलब यहां नहीं है कि मंजिल छोड़ दो ,आपको रास्ता बदल के अपनी मंजिल तक हर हाल में पहुंचने का प्रयास करना चाहिए ।

दोस्तों उनकी सफलता की कहानी लोगों को बहुत प्रेरित करती थी इसलिए इन्होंने अभिनय करना शुरू किया और प्रतिष्ठित टर्मिनेटर फ़्रेंचाइज़ी सहित कई ब्लॉकबस्टर में अभिनय का कार्य किया ।2003 से 2011 में इन्होंने कैलिफोर्निया के गवर्नर के रूप में भी कार्य किया है ।

अर्नोल्ड श्वाज़नेगर ने इन सिद्धांतों को अपनाया है ?

अर्नोल्ड श्वाज़नेगर ने निरंतर विकास ,लचीलापन,महत्वाकांक्षा,दृढ़ संकल्प के सिद्धांतों को अपनाया है ।

अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर सफलता की कहानी जानिए-Arnold Schwarzenegger Success story in Hindi

अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर सफलता की कहानी हम सबको प्रेरणा देती है क्योंकि प्रतिष्ठित शख्सियतों में से एक नाम है अर्नाल्ड श्वार्ज़नेगर। उनकी सफलता की कहानी सुनाने के बाद आपके अंदर अपने संकल्प को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प लेने की भावना उत्पन्न हो जाएगी।

अर्नोल्ड की यात्रा शुरू होती है उनके जुनून से और उनका जुनून था बॉडीबिल्डिंग की दुनिया में प्रवेश होना।

खुद को एक कार्य के लिए समर्पित कर देना और अपने शारीरिक सीमाओं को तोड़ते हुए आगे बढ़ना कोई छोटी बात नहीं होती है।

छोटी उम्र में कई खिताब जीते जैसे की प्रतिष्ठित मिस्टर ओलंपिया प्रतियोगिता में जीत हासिल करके , 20 साल की उम्र में मिस्टर यूनिवर्स का खिताब जीता और कई अविश्वसनीय कार्य किया।

अर्नोल्ड  ने fitness के एक क्षेत्र में कामयाबी हासिल करने के बाद अभिनेता और पॉलिटिशियन में भी अपनी अच्छी  छवि बनाई ।

अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर का अभिनय करियर:

अभिनेता के रूप में इन्होंने अपनी पहली शुरुआत “हरक्यूलिस इन न्यू यॉर्क” से की फिर इन्हे अभिनय की दुनिया में “कॉनन द बारबेरियन “,अपनी अच्छी छवि दुनिया भर के लोगों के सामने बना ली ।

अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर की प्रसिद्ध फिल्म कौन सी है ?

“टोटल रिकॉल,“द टर्मिनेटर” ,“प्रीडेटर”,“ट्रू लाइज़”1980 और 1990 के दशक के सबसे प्रसिद्ध फिल्में अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर की मानी जाती है ।अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर को सबसे बेहतरीन एक्शन अभिनेता के रूप में जाना जाता है ।

अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर का राजनीतिक करियर:

मनोरंजन उद्योग की दुनिया में अपनी छवि मजबूत बनाने के बाद इन्होंने राजनीतिक में भी कदम रखा ।कैलिफोर्निया के गवर्नर के रूप में श्वार्ज़नेगर ने कार्य किया है ।

गवर्नर का कार्य 2003 से 2011 तक किया है इस दौरान इन्होंने पर्यावरण संरक्षण  ,सेवा सुधार और शिक्षा जैसे मुद्दों पर ध्यान दिया है और लोगों की सेवा की है ।

अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर की कहानी क्या है? (उद्यमिता )

उद्यमिता के रूप में इन्होंने कई जगह अपने पैसे निवेश किया जैसे की रियल एस्टेट , फिटनेस उपकरण ।उनके व्यापार कौशल और निवेश के कारण ही इनकी वित्तीय समृद्धि दिन-ब-दिन बढ़ती गई ।

अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर ने अपने जीवन में कई परोपकार और वकालत के कार्य किए हैं ।इन कार्यों में शिक्षा पहल  ,बच्चों के अस्पताल और पर्यावरण  संरक्षण जैसे कार्य शामिल हैं ।

अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर की सफलता का मंत्र ?

कड़ी मेहनत ,दृढ़ संकल्प ,लचीलेपन की शक्ति के साथ असाधारण इंसान भी विशेष व्यक्ति में बदल सकता है ।

शुरुआत में उनका जुनून अपना शरीर सौष्ठव बनाना था । जब वह लोगों के लिए प्रेरणा बन गए तो उन्होंने अपना नाम अभिनय और पॉलिटिशियन की दुनिया में भी रचा ।अंतर्राष्ट्रीय आईकन बनने के कारण इनकी चर्चा हर जगह होती है ।

अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर का प्रारंभिक जीवन कैसा था ?

जन्म और परवरिश

अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर का जन्म 30 जुलाई 1947 को ऑस्ट्रेलिया में हुआ । इनका जन्म एक साधरण से घर में हुआ लेकिन इरादे इतने बुलंद थे कि अपना नाम इन्होंने अपने दम में बनाया ।

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अर्नोल्ड के पिताजी और माताजी

अर्नोल्ड के पिताजी का नाम गुस्ताव श्वार्ज़नेगर है जो पुलिस अधिकारी के रूप में कार्य किया करते थे और माता जी एक ग्रहणी थी जिनका नाम जाद्रनी था ।

अर्नोल्ड श्वासनेगार का बचपन (अर्नोल्ड का बचपन कैसा था? )

इन्हें छोटी उम्र से ही खेलों में बेहद दिलचस्पी रही है जैसे की फुटबॉल , फील्ड , ट्रैक और तैराकी जैसी गेमों में भाग लिया करते थे । दोस्तों कहते हैं ना ! जिस पर इंसान का दिलचस्प रहता है वह वो कार्य बिना किसी के कहें भी हजार बार करने से भी कतराता नहीं है ।

शरीर सौष्ठव के प्रति उनका जुनून उनसे हर रोज ऐसे कार्य करता था जिसकी वजह से वह अपने शरीर को सुडौल रख सकें ।

बॉडीबिल्डिंग जर्नी:

बॉडीबिल्डर रेग पार्क देखने के बाद बॉडी बिल्डिंग का जुनून अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर  के अंदर आ गया ।वह सिर्फ 14 साल की आयु में अपने दिलचस्प  और करियर को पहचान चुके थे ।

दिलचस्प का कार्य करने के लिए उन्हें कोई भी प्रेरित नहीं करता था लेकिन उनके मन की आवाज थी कि उन्हें अपने दिलचस्प को बढ़ाना चाहिए इसलिए वह दिन-रात शरीर सौष्ठव की राह में जाने के लिए मेहनत करने लग गए ।

कठोर परीक्षण करने का फैसला बनाते हुए इन्होंने लगातार मेहनत की  ,उस समय अर्नोल्ड जिम नहीं जा सकते थे । इसी वजह से इन्होंने घर में ही अपनी बॉडी बनाई और संतुलित आहार लेना शुरू कर दिया ।

दोस्तों मेहनत का रंग ना आए ऐसा तो हो ही नहीं सकता , समर्पण और कड़ी मेहनत का फल इन्हें मिलना ही था ।

इन्होंने कम उम्र में ही ऐसे खिताब जीते जिन्हें लोग पाने के लिए तरसते हैं ।

इन्होंने मात्र 20 साल की आयु में अपना पहला खिताब हासिल किया यह खिताब है  “प्रतिष्ठित मिस्टर ओलंपिया ” ।

आपको जानकर हैरानी होगी क्योंकि जिस उम्र में इन्होंने यह खिताब जीता  ,उस आयु में तो इंसान को यह भी नहीं समझ आता है कि उस  अपने भविष्य में किस करियर को चुनना चाहिए ?

Acting career

दोस्तों खिताब जीतने के बाद इन्हें बेहद प्रसिद्धि प्राप्त हुई और इस प्रसिद्धि के दौलत इन्हें अभिनय करने का अवसर प्राप्त हुआ ।

उनकी शुरुआती कामयाबी ने उनके भविष्य को और सुनहरा बना दिया ।

दृढ़ संकल्प, अनुशासन और शरीर सौष्ठव के जुनून ने इन्हें इस कदर प्रेरणादायक बना दिया कि हर कोई  इनकी कहानी से प्रेरणा लेने लगा ।

प्रतिष्ठित शख्सियतों में अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर का नाम दर्ज है ।अभिनय, राजनीति, उद्यमिता और परोपकार कार्यों में अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर  ने  कार्य किए ।

अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर की पारिवारिक जीवन कैसा रहा ?

जीवन में अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर को अपने पारिवारिक जीवन में बेहद प्यार और स्नेह मिला हालांकि इन्हें अपने जीवन में कुछ चुनौतियां और विवादों का भी सामना करना पड़ा लेकिन उन विवादों से अर्नोल्ड  डरे नहीं ।

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उम्मीद है यहां लेख ” Arnold Schwarzenegger Success rules in Hindi ” की जानकारी आपको पसंद आई होगी ।

इस लेख का सारांश यह है कि जीवन में कभी भी समस्या आए तो घबराना नहीं बल्कि डटकर सामना करना और अपने लक्ष्य तक पहुंचाने का प्रयास करते रहना जब तक लक्ष्य प्राप्त न करें ।

इस लेख को उन लोगों के साथ शेयर करना बिल्कुल ना भूल जो जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं , अपना कीमती समय देने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रिया 🙏😊💕💕💕

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